
ICAI (The Institute of Chartered Accountants of India) भारत में चार्टर्ड अकाउंटेंट्स (CAs) की एकमात्र वैधानिक संस्था है। इसकी स्थापना 1 जुलाई 1949 को संसद के एक अधिनियम के तहत की गई थी। ICAI न केवल चार्टर्ड अकाउंटेंसी को नियंत्रित करता है, बल्कि यह शिक्षा, प्रशिक्षण, परीक्षा, और लाइसेंसिंग की जिम्मेदारी भी निभाता है। यदि आप CA बनने का सपना देख रहे हैं या ICAI से जुड़ी संपूर्ण जानकारी पाना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए है।
ICAI क्या है?
इसका का पूरा नाम The Institute of Chartered Accountants of India है। यह संस्था भारत सरकार के कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय (Ministry of Corporate Affairs) के अंतर्गत कार्य करती है। ICAI भारत में एकमात्र संस्था है जो चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) को प्रमाणित करती है।
ICAI का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है और इसके पांच क्षेत्रीय कार्यालय – दिल्ली (Northern), मुंबई (Western), कोलकाता (Eastern), चेन्नई (Southern), और कानपुर (Central) में हैं।
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The Institute of Chartered Accountants of India full information
- चार्टर्ड अकाउंटेंसी प्रोफेशन को बढ़ावा देना और उसका विकास करना।
- उच्च स्तर की शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करना।
- नैतिक और व्यावसायिक मानकों को बनाए रखना।
- सदस्यों और छात्रों के हितों की रक्षा करना।
कोर्स स्ट्रक्चर
चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने के लिए ICAI द्वारा निर्धारित तीन चरणों को पास करना जरूरी होता है:
1. CA Foundation Course
- यह कोर्स 12वीं के बाद किया जा सकता है।
- इसमें 4 पेपर होते हैं:
- Accounting
- Business Laws
- Quantitative Aptitude
- Business Economics
- यह परीक्षा साल में दो बार होती है – मई और नवंबर में।
2. CA Intermediate Course
- Foundation पास करने के बाद या Graduation के बाद (Direct Entry) Intermediate में प्रवेश लिया जा सकता है।
- इसमें 8 पेपर होते हैं, जो दो ग्रुप में बंटे होते हैं।
3. CA Final Course
- Intermediate के बाद, 3 साल के Articleship के दौरान या बाद में Final Course में प्रवेश मिलता है।
- इसमें भी 8 पेपर होते हैं।
Articleship Training
CA बनने की प्रक्रिया में 3 साल की अनिवार्य Articleship ट्रेनिंग बेहद जरूरी होती है। यह छात्र को व्यावहारिक अनुभव देने के लिए होती है और ICAI द्वारा मान्यता प्राप्त CA फर्म में ही करनी होती है।
The Institute of Chartered Accountants of India Membership
CA Final पास करने और सभी आवश्यकताओं को पूरा करने के बाद, व्यक्ति ICAI का सदस्य बन सकता है। सदस्यता लेने के बाद ही व्यक्ति “Chartered Accountant” कहलाता है और अपने नाम के आगे “CA” लिख सकता है।
ICAI की जिम्मेदारियाँ
केवल परीक्षा कराने वाली संस्था नहीं है, बल्कि इसके कई महत्वपूर्ण कार्य हैं:
- पाठ्यक्रम निर्माण और अपडेट: समय-समय पर नए नियमों और टेक्नोलॉजी को ध्यान में रखते हुए सिलेबस अपडेट करना।
- मूल्यांकन और प्रमाणन: योग्य छात्रों को सर्टिफिकेट प्रदान करना।
- नैतिक मूल्य निर्धारण: सदस्यों के लिए Code of Ethics बनाना और उसका पालन सुनिश्चित करना।
- अनुशासनात्मक कार्रवाई: यदि कोई सदस्य अनुचित कार्य करता है, तो ICAI उस पर कार्रवाई कर सकता है।
ICAI का वैश्विक प्रभाव
भारत में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रतिष्ठित संस्था है। यह कई देशों में MoU (Memorandum of Understanding) के माध्यम से दूसरे अकाउंटेंसी संस्थानों के साथ कार्य करता है, जैसे कि:
- CPA Australia
- Institute of Chartered Accountants in England and Wales (ICAEW)
- Chartered Accountants Australia and New Zealand (CA ANZ)
ICAI द्वारा दी जाने वाली अन्य सुविधाएं
- CPD (Continuing Professional Development): CAs को अपडेट रखने के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम्स।
- Online Learning Portal: छात्रों के लिए मुफ्त ऑनलाइन क्लासेस।
- Campus Placement: ICAI हर साल प्लेसमेंट प्रोग्राम आयोजित करता है जिसमें बड़ी कंपनियाँ हिस्सा लेती हैं।
- Scholarship Schemes: मेधावी और आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए स्कॉलरशिप।